शुक्रवार, 24 मई 2024

खामोशी

कड़वी बातें उसकी त्रिशूल सी चुभती हैं,
हरकतें उसकी अब शूल सी चुभती हैं।
क्यों न दिया उसकी भाषा मे ही जवाब,
खामोशी अपनी बड़ी भूल सी चुभती है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Kavi Pradeep Chauhan